सबसे पहले मैं क्षमाप्रार्थी हूँ अपने ब्लोग के इस नाम के लिए ।
हो सकता है कि कुछ लोगों को इस नाम मे आप्ती हो लेकिन इस नाम के दो कारण है पहला तो ये की मैंने काफी नामों को रखकर देखा पर कोई भी नही मिल सका, दूसरा ये कि मुझे रचना काफी अच्छी लगती है ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
अवारा मसीहा, शरतचन्द्र की बेहतरीन जीवनी है। मुझे भी बेहद पसन्द है। स्वागत है हिन्दी चिट्टाजगत में।
Post a Comment